देश की आज़ादी की 75वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में पुरे देश में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में पर्यावरण एवं प्रकृति संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए आज़ादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत सरसों अनुसंधान निदेशालय द्वारा ’विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस’ तथा ’वृक्षारोपण कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया। संस्थान के निदेशक डॉ. पी.के. राय, वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान निदेशक महोदय ने जलवायु परिवर्तन के खतरों के बारे में बताते हुए प्रकृति, जीव-जन्तु, मृदा और पर्यावरण के संरक्षण के महत्व के बारे में बताया तथा इससे टिकाऊ खेती पर होने वाले सकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रकृति के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर डालते हुए कुछ उपाय भी बताये। उन्होंने प्लास्टिक के उपयोग को सीमित करने के साथ-साथ रीसाइकल-रिड्यूस और रीयूज का मन्त्र भी दिया। इसके साथ ही उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के समुचित दोहन के प्रति आमजन में जागरूकता के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने सभी से बिजली, पानी तथा अन्य प्राकृतिक संसाधनों का आवश्यकता के अनुसार उपयोग करने की अपील की। वृक्षों के पर्यावरण पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने सभी से स्थानीय जलवायु के अनुसार वृक्षारोपण करने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम के दौरान निदेशालय परिसर में कुल 101 वृक्ष लगाए गए। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. प्रशान्त यादव ने किया। Date:2022-07-28 to 2022-07-28 |