सरसों उत्पादक किसानों के लिए मधुमक्खीपालन करना एक वरदान हैं। सरसो की फसल में अधिक समय तक फूल बने
रहते हैं इसलिए मधुमक्खीपालन इस फसल के साथ करने से शहद का अधिक उत्पादन होगा और लाभ भी अधिक मिलेगा। साथ
ही मधुमक्खियों द्वारा परागण से सरसों उत्पादन में भी बढोत्तरी होगी। इससे किसान अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर सकते है। यह
बात सरसों अनुसंधान निदेषालय के निदेशक डाॅ. पी. के. राय ने ‘‘मधुमक्खी-पालन एवं सरसों कृशि प्रबंधन‘‘ पर 27-31 जनवरी
2021 तक आयोजित 5 दिवसीय प्रषिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कही। Date:2021-01-27 to 2021-01-31 |